पिछले वीकेंड Glowal Market के सेंटीमेंट को भारी चोट लगी थी। जिसके कारण 10 अक्टूबर को बड़ी गिरावट के साथ बाजार की ओपनिंग देखने को मिली थी। लेकिन कारोबारी दिन के समाप्ति तक बाजार वी शेप रिकवरी करते हुए 17200 का स्तर फिर से हासिल करता दिखा। इसके अगले दिन बाजार ऊपरी स्तरों पर टिकने में कामयाब नहीं रहा। कुछ हैवीवेट्स में भारी गिरावट के चलते अंत: NIFTY क्लोजिंग बेसिस पर 17000 के नीचे फिसल गया। अगले कुछ कारोबारी सत्रों में NIFTY एक दायरे में घूमता दिखा। अंत में शुक्रवार को अमेरिकी बाजारों में तेजी का पीछा करते हुए भारतीय बाजारों में भी अच्छी तेजी देखने को मिली।
शुक्रवार को आखिरी कारोबारी घंटे में ट्रेडरों ने एक बार फिर मुनाफावसूली की। जिसके चलते NIFTY ऊपर से कुछ हल्का होकर बंद हुआ। लेकिन इस मुनाफावसूली के बावजूद NIFTY हरे निशान में बंद हुआ। पिछले शुक्रवार को NIFTY 17200 के थोड़ा नीचे बंद हुआ था।
पिछला हफ्ता काफी चुनौती भरा रहा था। हफ्ते के अधिकांश हिस्से में बाजार की दिशा साफ नहीं थी। हालांकि शुक्रवार की शुरुआती तेजी ने बाजार के चेहरे खिला दिए लेकिन आखिरी घंटे में आई बिकवाली ने बाजार का जोश ठंडा कर दिया। हालांकि तमाम अनिश्चितताओं के बीच NIFTY का अपना अहम सपोर्ट जोन (89-day EMA और 200-day SMA)बचा ले जाना बाजार के लिए शुभ संकेत है।
आगे अगर Global Market में राहत आती दिखती है तो हमें कोई आश्चर्य नहीं होगा। अगर ग्लोबल बाजार में तेजी आती है तो भारत जैसे मजबूत बाजार को सपोर्ट मिलेगा। अब NIFTY के लिए 17000 –16800 सपोर्ट नजर आ रहा है। अगर ग्लोबल संकेत अच्छे रहते हैं तो फिर NIFTY हमें 17400 के भी पार जाता दिख सकता है। अगर ऐसा होता तो बाजार में हमें एक जोरदार प्री-दिवाली रैली देखने को मिलेगी। ऐसे में बाजार भागीदारों को सलाह होगी कि वे आशावादी रवैया बनाए रखें और थीमैटिक मूवर्स पर फोकस करें। इनमें ट्रेडिंग के बेहतर मौके मिलने की उम्मीद है।
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