विकसित देशों में मंदी की आशंकाओं, कंपनियों के मिलेजुले नतीजों और कमजोर Economic Data के बीच 14 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह के दौरान मार्केट लगभग आधा फीसदी गिरकर बंद हुआ। बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 271 अंक गिरकर 57,920 पर और NIFTY50 (Nifty50) 129 अंक गिरकर 17,186 पर आ गया।
बैंकों और IT कंपनियों में खरीदारी से बाजार की गिरावट कुछ सीमित रही। Auto, Energy, FMCG , Infra, Metal और Oil एवं Gas कंपनियों के stocks पर दबाव बना रहा।
एक्सपर्ट्स ने कहा, आने वाले सप्ताह में बाजार सबसे पहले एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के अर्निंग्स के आंकड़ों पर प्रतिक्रिया दे सकता है। HDFC Bank ने सितंबर, 2022 में समाप्त तिमाही के नतीजे 15 अक्टूबर को जारी किए। बैंक ने सालाना आधार पर 22.3 फीसदी की Growth के साथ 11,125 करोड़ रुपये का Net profit दर्ज किया।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के वीपी-रिसर्च अजित मिश्रा ने कहा, कंपनियों के नतीजों और ग्लोबल मार्केट में दबाव के बीच उतार-चढ़ाव बना रहेगा। पार्टिसिपैंट्स को इस क्रम में अपनी पोजिशन बनानी चाहिए और ज्यादा रिस्क मैनेजमेंट पर जोर देना चाहिए।
अगले सप्ताह बाजार की नजर इन 10 फैक्टर्स पर बनी रहेगी :
कॉर्पोरेट अर्निंग्स
Corporate earnings : इस सप्ताह ACC, HDFC Asset Management Company, IndusInd Bank, Nestle India, UltraTech Cement, Asian Paints, Axis Bank, Bajaj Finance, ITC, Tata Consumer Products, Bajaj Finserv, Hindustan Unilever, JSW Steel, Reliance Industries, SBI Life Insurance Company, ICICI Bank और Kotak Mahindra Bank सहित 300 से ज्यादा कंपनियों के तिमाही नतीजे जारी होंगे।
अमेरिका का इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन, चीन के GDPके आंकड़े
अमेरिका के सितंबर के इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन और मैन्युफैक्चरिंग के आंकड़े 18 अक्टूबर को जारी होंगे। इससे दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी में फैक्ट्री एक्टिविटी के संकेत मिलेंगे।
चीन में 30 सितंबर, 2022 को समाप्त तिमाही के इकोनॉमिक ग्रोथ, सितंबर के इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन और सेल्स के आंकड़े भी खासे अहम रहेंगे।
अन्य Glowal Economic Data
अगले हफ्ते बाजार की इन अन्य ग्लोबल इकोनॉमिक डाटा पर भी नजर रहेगी

Indian rupee :
डॉलर में मजबूती के चलते रुपये पर दबाव बना हुआ है, जो सप्ताह के दौरान कमजोर होकर 82.36 के स्तर पर बंद हुआ। सितंबर में ऊंची महंगाई के बाद फेडरल रिजर्व के एक बार फिर से दरों में 75 Basic points की बढ़ोतरी का अनुमान है। एक्सपर्ट्स को आने वाले हफ्तों में रुपये के डॉलर की तुलना में 84-85 के स्तर पर जाने का अनुमान है।
तेल की कीमतों में भी उतार-चढ़ाव बना हुआ है। सप्ताह के दौरान बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स 6 फीसदी से ज्यादा टूटकर 91.63 डॉलर प्रति बैरल पर सेटल हुआ। हालांकि, ओपेक प्लस के सप्लाई घटाने के फैसले से कीमतों को सपोर्ट मिलने का अनुमान है।
एफआईआई का रुख
FII flow : फॉरेन इंस्टीट्यूशन इनवेस्टर्स भारत सहित इमर्जिंग Markets से पूंजी निकाल रहे हैं, क्योंकि फेडरल रिजर्व सहित केंद्रीय बैंक लगातार ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं। उन्होंने अक्टूबर में अभी तक 10,000 करोड़ रुपये के stock बेचे, लेकिन घरेलू इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स ने अभी तक 8,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की खरीदारी की है।
Economic Data
14 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह के फॉरेन एक्सचेंज के आंकड़े 21 अक्टूबर को जारी होंगे। 7 अक्टूबर को समाप्त पखवाड़े के लिए Bank lone और Deposit Growth के Deta भी इसी दिन जारी होंगे।
Technical View : Experts ने कहा, 14 अक्टूबर की रैली से NIFTY के Weekly loss में कमी आई। इससे अभी कुछ समय और एक रेंज में Trade जारी रहने के संकेत मिल रहे हैं। Nifty को 17,000 और उसके बाद 16,800 पर सपोर्ट मिलने की संभावना है।
इसने daily charts पर Bearish candle बनाया है, क्योंकि Opening की तुलना में closing निचले स्तरों पर रही है। वहीं, weekly charts पर High web pattern बना हुआ है।
F&O संकेत
Option डाटा से संकेत मिलते हैं कि NIFTY की रेंज 16,800-17,700 रह सकती है, वहीं तात्कालिक रेंज 17,000-17,500 रह सकती है।
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अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट 18,000 पर और उसके बाद 17500 पर थीं, जो रेजिस्टैंस एरिया हो सकता है। Putकी बात करें तो अधिकतम put ओपन इंटरेस्ट 17,000 के स्तर पर थीं और उसके बाद 16,000 और फिर 16,500 पर थीं।
PRIMARY MARKET
Electronics Mart India का शेयर बाजार में 17 अक्टूबर को आगाज होगा, जो लगभग 72 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसका शेयर बी ग्रुप की सिक्योरिटीज के रूप में लिस्ट होगा। Tracxn Technologies का शेयर 20 अक्टूबर को लिस्ट हो गा।
Corporate Action : अगले सप्ताह बाजार के लिहाज से कॉर्पोरेट से जुड़े ये एक्शन अहम होंगे :
