घरेलू मार्केट में आज 3 जनवरी को मामूली तेजी है। वहीं लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों के शेयरों में शानदार उछाल है। देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी एलआईसी (LIC) समेत अन्य जीवन बीमा कंपनियों के शेयरों में 5 % तक तेजी का रुझान दिख रहा है। LIC के शेयर आज इंट्रा-डे में करीब 2.5% , एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी (HDFC Life Insurance Company) 5%, आईसीआईसीआई प्रूड लाइफ इंश्योरेंस कंपनी (ICICI Prudential Life Insurance Company) 3.5% और एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस कंपनी (SBI Life Insurance Company) करीब 3% मजबूत हुआ है।
वहीं सेंसेक्स में महज 0.16% का उछाल है। एलआईसी की बात करें तो इसके आईपीओ में पैसे लगाने वाले निवेशक अभी तक फायदे में नहीं पहुंचे हैं लेकिन मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक उनका इंतजार अब खत्म हो सकता है। मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह एक हजार रुपये तक पहुंच सकता है। इस टारगेट के चलते आज शेयरों में खरीदारी बढ़ गई और एलआईसी के शेयर करीब ढाई फीसदी उछल गए।
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1000 रुपये पर पहुंच सकता है LIC का शेयर
घरेलू ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने एलआईसी की कवरेज शुरू की और इसे खरीदने की रेटिंग दी। ब्रोकरेज फर्म की इस रेटिंग के बाद एलआईसी के शेयरों की खरीदारी ने जोर पकड़ा और आज यह करीब ढाई फीसदी की तेजी के साथ 727.15 रुपये की ऊंचाई पर पहुंच गया। ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक इसकी फेयर वैल्यू 1 हजार रुपये है जो मौजूदा भाव से करीब 38 फीसदी अपसाइड है।
एक्सपर्ट्स को क्यों है एलआईसी में तेजी का भरोसा
इंश्योरेंस सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी एलआईसी को निजी कंपनियों से तगड़ी टक्कर मिल रही है लेकिन वित्त वर्ष 2022 में इंडिविजुअल एनुअलाइज्ड प्रीमियम इक्विवैलेंट (APE) में इसने अपनी हिस्सेदारी फिर से बढ़ाकर 37 फीसदी कर ली। एलआईसी के साथ जो सबसे बड़ा प्लस प्वाइंट इसके एजेंट्स हैं। वित्त वर्ष 2022 में इंडिविजुअल न्यू बिजनेस प्रीमियम (NBP) का 96 फीसदी हिस्सा एजेंट्स के जरिए मिला। वहीं अन्य लिस्टेड बीमा कंपनियां नए बीमा के प्रीमियम यानी एनबीपी के लिए ज्यादातर करीब 44-65 फीसदी बैंकों पर निर्भर हैं।
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ब्रोकरेज फर्म की 3 जनवरी को जारी रिपोर्ट के मुताबिक कॉम्पटीशन में एलआईसी के लिए सबसे बड़ा निगेटिव प्वाइंट ये है कि अन्य निजी कंपनियों के पास अधिक डाइवर्सिफाइड प्रोडक्ट मिक्स और सोर्सिंग है। इसके अलावा एक और रिस्क इक्विटी मार्केट में गिरावट से जुड़ा है जिसका असर एलआईसी के एंटरप्राइज वैल्यू पर दिख सकता है