चीन (China) में Covid-19 के बढ़ते मामलों के पीछे ओमिक्रोन (Omicron) के सब-वेरिएंट (Sub-variant) BF.7 को एक अहम कारण पाया गया है। चिंता वाली बात ये है कि इस सब-वेरिएंट के तीन मामले भारत में भी सामने आए हैं। PTI के मुताबिक, आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि गुजरात Bio Technology research center ने भारत में BF.7 के पहले मामले का पता लगाया था। उन्होंने कहा कि अब तक गुजरात (Gujarat) से दो मामले सामने आए हैं, जबकि ओडिशा (Odisha) से एक मामला सामने आया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) की अध्यक्षता में बुधवार को हुई Covid-19 समीक्षा बैठक में विशेषज्ञों ने कहा कि हालांकि, अभी तक कोरोना के मामलों की संख्या में कुछ खास बढ़ोतरी नहीं हुई है, लेकिन मौजूदा और उभरते वेरिएंट पर नजर रखने के लिए निरंतर निगरानी की जरूरत है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “COVID-19 अभी खत्म नहीं हुआ है। मैंने सभी संबंधित लोगों को सतर्क रहने और निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया है। मैं लोगों से कोरोना वैक्सीन लगवाने की भी अपील करता हूं।”
सरकार ने एक बयान में कहा कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोरोना के सभी पॉजिटिव सैंपल को INSACOG लैब में भेजने का निर्देश दिया गया है, ताकि किसी भी नए वेरिएंट का समय रहते पता लगाया जा सके।
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चीन में क्या है Covid-19 का हाल?
वहीं आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, चीन के अलग-अलग शहर वर्तमान में Covid-19 के बेहद की संक्रामक वेरिएंट ओमीक्रॉन, ज्यादातर BF.7, की चपेट में हैं, जो बीजिंग में फैलने वाला सबसे मुख्य सब-वेरिएंट है। इसी के कारण चीन में कोरोनावायर के मामलों में जबरदस्त उछाल आया है।
BF.7 ओमीक्रोन के सब-वेरिएंट BA.5 का भी सब-वेरिएंट है और इसमें संक्रमण की व्यापक क्षमता होती है, और इसका इनक्यूबेशन पारियड कम होता है। इसमें दोबारा संक्रमित करने या उन लोगों को भी संक्रमित करने की ज्यादा क्षमता होती है, जिन्हें वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
यह अमेरिका, ब्रिटेन और बेल्जियम, जर्मनी, फ्रांस और डेनमार्क जैसे यूरोपीय देशों समेत कई देशों में पहले ही पाया जा चुका है।
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