रूस अक्टूबर 2022 में भारत का सबसे बड़ा तेल सप्लायर बन गया है। भारत की रिफाइनरीज रूस से कम दाम पर मिल रहे समुद्री कच्चे तेल की खरीद बढ़ाती नजर आई हैं। इंटरनेशनल एनर्जी कॉर्गो ट्रैकर Vortexa के मुताबिक रूस ने अक्टूबर 2022 में भारत को हर दिन 935556 बैरल कच्चे तेल की सप्लाई की है। जो इसी अवधि में ईराक से आए तेल की तुलना में 20.5% और सउदी अरब से आए कच्चे तेल की तुलना में 16% ज्यादा है। रूस से भारत में होने वाले कच्चे तेल के आयात में यह बढ़त रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण रूस पर पश्चिमी देशों की तरफ से लगाए गए प्रतिबंधों के बाद हुई है।
पेट्रोलियम और गैस मंत्री हरदीप सिंह पूरी ने प्रतिबंधों के बावजूद रूस से होने वाली खरीद का किया बचाव
इंग्लैंड स्थिति एनर्जी ट्रैकिंग कंपनी Vortexa के मुताबिक जून में 2022 में 1.1 मिलियन bpd कच्चे तेल की सप्लाई रूस की तरफ से भारत को हुई थी जो अब तक का सर्वोच्च स्तर था। यह रिकॉर्ड अक्टूबर में टूटता नजर आया है। हालांकि इस बीच पेट्रोलियम और गैस मंत्री हरदीप सिंह पूरी ने कहा है कि ईराक, भारत का सबसे बड़ा तेल सप्लायर बना हुआ है। यही नहीं इसी हफ्ते के शुरुआत में उन्होंने एक इंटरनेशनल न्यूज चैनल CNN को दिए गए इंटरव्यू में रूस पर लागू अंतराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद भारत द्वारा उससे सस्ता तेल खरीदने के फैसले का बचाव किया था।
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कच्चे तेल के लिए रूस पहले सउदी अरब, ईराक और यूनाइटेड अमीरात पर था निर्भर
बतातें चलें कि परंपरागत रुप से भारत अपनी तेल की जरूरत का अधिकांश हिस्सा ईराक, सउदी अरब, यूनाइटेड अमीरात से होने वाले कच्चे तेल के आयात से पूरा करता था। रूस-यूक्रेन युद्ध से पहले, दिसंबर 2021 में हर रोज रूस ने भारत को केवल 36255 बैरल कच्चा तेल एक्सपोर्ट किया था। इराक ने 1.05 मिलियन BPD और सऊदी अरब ने 952,625 का सप्लाई किया था। लेकिन रूस ने अक्टूबर 2022 में भारत को हर दिन 935556 बैरल कच्चे तेल की सप्लाई की है।
भारत का 5वां सबसे बड़ा TRADE पार्टनर बना
रूस से कच्चे तेल के आयात में हुई बढ़ोत्तरी के चलते रूस अब इंडोनेशिया, ईराक, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया को पीछे छोड़ते हुए भारत का 5वां सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर बन गया है।